Sawan Maas : 30 नहीं बल्कि 59 दिनों का रहेगा सावन “इतिहास में एक बार फिर सावन का चमत्कार: श्रावण मास शुरू हो रहा है, 59 दिनों का होगा यह सबसे खास मास, 19 साल बाद बन रहा है यह अद्वितीय संयोग!”
Sawan Maas 2023 : सावन का महीना सनातन धर्म में अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। इस मास में हिंदू कैलेंडर के अनुसार भगवान शिव की पूजा आराधना करके उनसे आशीर्वाद प्राप्त करना सर्वोत्तम माना जाता है। वर्ष 2023 में श्रावण मास बेहद विशेष माना जाता है, क्योंकि इस बार सावन का महीना 30 दिनों के बजाय 59 दिनों का होगा।
यह संभव है क्योंकि हिंदू पंचांग विक्रम संवत 2080 के अनुसार इस वर्ष अधिक मास है, जिसमें कुल 13 मास होंगे। इससे पहले, 19 वर्षों के बाद यह अवसर दोबारा आएगा, जब सावन का महीना 59 दिनों का होगा। इस समय में भक्त अपने आराध्य भगवान की प्रत्येक सोमवार पर पूजा करके उन्हें प्रसन्न कर सकते हैं।
सावन मास की तिथियों, शुभ मुहूर्तों और महत्व के बारे में अधिक जानकारी :
- Sawan Maas की शुरुआत: 04 जुलाई 2023, मंगलवार
- Sawan Somvar Vart प्रारंभ तिथि: 10 जुलाई 2023, सोमवार
- Sawan Purnima : 30 अगस्त 2023, बुधवार
- Sawan Maas Smapti : 31अगस्त 2023, गुरुवार
- इन दिनों पर भगवान शिव की पूजा, व्रत, मंत्र जाप और ध्यान करने से शिव आपके जीवन में सुख, समृद्धि, स्वास्थ्य और शांति की प्राप्ति में सहायता कर सकते हैं।
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कब से शुरू हो रहा Sawan Maas 2023 :
हिंदू पंचांग के अनुसार सावन का महीना 4 जुलाई 2023 से शुरू हो रहा है. इस दौरान :-
- पहला सोमवार 10 जुलाई 2023 को पड़ेगा.
- Sawan Maas का दूसरा सोमवार 17 जुलाई 2023 को पड़ेगा.
- Sawan Maas का तीसरा सोमवार 24 जुलाई 2023 को पड़ेगा.
- Sawan Maas का चौथा सोमवार 31 जुलाई 2023 को पड़ेगा.
- Sawan Maas का पांचवां सोमवार 7 अगस्त 2023 को पड़ेगा.
- Sawan Maas का छठवां सोमवार 14 अगस्त 2023 को पड़ेगा.
- Sawan Maas का सातवां सोमवार 21 अगस्त 2023 को पड़ेगा.
- Sawan Maas का आठवां सोमवार 28 अगस्त 2023 को पड़ेगा
भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए :
- शिवलिंग का अभिषेक : सावन के माह में शिवलिंग का जलाभिषेक करना अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। आप जल, दूध, दही, घी, मधु आदि से अभिषेक कर सकते हैं और मन्त्रों का जाप करते हुए भगवान शिव को अर्पित कर सकते हैं।
- व्रत रखें : Sawan Maas में सोमवार को व्रत रखना शिव भक्ति का महान तरीका है। इस दिन आप सत्यनारायण व्रत भी कर सकते हैं जो भगवान विष्णु और भगवान शिव दोनों की पूजा का अद्वितीय रूप है। व्रत के दौरान आप नियमित रूप से पूजा, ध्यान और जाप करें और सावन के सोमवार को व्रत के अंत में पूरी उमंग और श्रद्धा के साथ तोड़ें।
- मन्त्र जाप करें : सावन के मास में भगवान शिव के मंत्रों का जाप करना अत्यंत पुण्यदायी होता है। ‘ॐ नमः शिवाय’, ‘ॐ त्र्यम्बकं यजामहे, सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्, उर्वारुकमिव बन्धनान्, मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात्’
सावन के सोमवार का महत्व :
Sawan Maas के सोमवार का महत्व सनातन धर्म में विशेष मान्यता रखता है। यह माना जाता है कि इस मास में भगवान शिव अपनी सृष्टि का संचार करते हैं और अपने भक्तों की प्रार्थनाओं को आसानी से सुनते हैं। इसलिए, सोमवार को सावन मास में विशेष महत्व होता है।
Sawan Maas में भक्त शिवलिंग का जलाभिषेक और दूध अभिषेक करके उनकी पूजा करते हैं, जो शुभ फलदायी माना जाता है। इस मास में सोमवार को शिव का विशेष दिन माना जाता है और भगवान शिव की आराधना, मंत्र जाप और ध्यान करने से अत्यंत पुण्य प्राप्त होता है। भक्तों के द्वारा सावन के सोमवार को व्रत रखा जाता है और विशेष पूजा-अर्चना की जाती है।
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Sawan Maas : सोमवार के दिन भगवान शिव की कृपा और आशीर्वाद प्राप्त होने का विशेष माहौल होता है। इस दिन भक्तों की मानसिक और आध्यात्मिक गहराईयों में वृद्धि होती है और उन्हें शांति, सुख और समृद्धि की प्राप्ति होती है। सावन मास के सोमवार का महत्व इसलिए अत्यंत महत्वपूर्ण है और भक्तों के लिए यह किसी पर्व से कम नहीं होता है।
दुर्लभ योग :
Sawan Maas 2023 : हिंदू पंचांग के अनुसार, इस बार सावन मास पूरे 59 दिनों का होने वाला है, जो अत्यंत दुर्लभ माना जाता है। इसके अलावा, सावन मास में मणिकांचन योग भी बन रहा है, जो भी मान्यता में बेहद महत्वपूर्ण होता है। इस बार मलमास में ही रक्षाबंधन त्योहार भी मनाया जाएगा, जो एक प्रिय और परंपरागत त्योहार है।
Disclaimer :
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