Hariyali Teej Vrat : अयोध्या के द्ध ज्योतिषाचार्य पंडित कल्कि राम बताते हैं कि आधारित मान्यताओं के अनुसार, माता पार्वती ने भगवान शंकर को प्राप्त करने के लिए हरियाली तीज व्रत आचरण किया था। इसके परिणामस्वरूप, माता पार्वती ने भगवान भोले शंकर के रूप में मिलन प्राप्त किया था।
Hariyali Teej Vrat : यदि आपकी शादी में बाधाएँ आ रही हैं, कुंडली मेल नहीं रही है या आपको अपने चुने हुए जीवनसाथी में समस्याएँ आ रही हैं, तो आपको चिंतित होने की आवश्यकता नहीं है। यदि आप विवाह करना चाहते हैं और अपने पसंदीदा जीवनसाथी को ढूंढ़ना चाहते हैं, तो यह सूचना आपके लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हो सकती है। सनातन धर्म में कई ऐसे त्योहार और पर्व मनाए जाते हैं, जो आपने आप में विशेष महत्व रखते हैं।
हिन्दू पंचांग के अनुसार, सावन मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को हरियाली तीज का व्रत आचरण किया जाता है और धार्मिक परंपरा के अनुसार, इस दिन महिलाएं अपने पति की दीर्घायु और सुख-समृद्धि की कामना से व्रत आचरण करती हैं। साथ ही, अविवाहित कन्याएं भी माता पार्वती और भगवान शंकर की कृपा प्राप्त करने के लिए हरियाली तीज का व्रत आचरण करती हैं, ताकि उनका आकांक्षित जीवनसाथी प्राप्त हो सके। इस वर्ष, हरियाली तीज का व्रत 19 अगस्त को आचरण किया जाएगा।
इसे भी पढ़े :- Sapne Mein khud ko Peshab Krte dekhna – सपने में पेशाब करना
अविवाहित कन्याएं करें Hariyali Teej Vrat
Hariyali Teej के दिन व्रत आचरण करने वाली महिलाएं हरे रंग के वस्त्र पहनती हैं। विधिवत् भोलेनाथ और माता पार्वती की पूजा-अर्चना करने के बाद वे अपने पति की लंबी आयु और मनचाहे पति की प्राप्ति के लिए हरियाली तीज के व्रत का संकल्प लेती हैं। आधारित धार्मिक परंपराओं के अनुसार, इस दिन व्रत आचरण करने से पति को लंबी आयु की प्राप्ति होती है। यह दिन मनचाहे जीवनसाथी की प्राप्ति होती है और पतिपत्नी के जीवन में खुशियां आती हैं।
हर मनोकामना होगी पूरी
अयोध्या के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य पंडित कल्कि राम व्यक्त करते हैं कि धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, माता पार्वती ने भगवान शंकर प्राप्ति के लिए Hariyali Teej का व्रत आचरण किया था। इसके फलस्वरूप, माता पार्वती ने भगवान भोलेशंकर के रूप में मिलाप प्राप्त किया था। इस विशेष दिन पर माता पार्वती और भगवान शंकर की पूजा-अराधना से और उनकी आरती का अद्भुत महत्व होता है, जो वास्तव में मनचाहे पति की प्राप्ति के लिए सहायक सिद्ध हो सकते हैं।
यदि आप एक कुंवारी हैं और Hariyali Teej का व्रत आचरण कर रही हैं, तो आपको इस दिन भगवान शंकर और माता पार्वती की प्रसन्नता प्राप्त करने के लिए उनके मंत्रों का जाप करने की सलाह दी जाती है। इस प्रकार की क्रिया करने से आपको वास्तव में मनचाहे पति की प्राप्ति हो सकती है।
इसे भी पढ़े :- Sapne Me Billi Dekhna : सपने में बिल्ली दिखना होता है बेहद शुभ, मिलता है ढेर सारा पैसा
करें ये अन्य उपाए भी :
- नित्य प्रतिदिन, शिव पार्वती की पूजा करें और कच्चा दूध, बेल पत्र, चावल और सिंदूर उनके चरणों में चढ़ाएं। शिव पार्वती के विवाह की कहानी सुनकर आपके विवाह में आने वाली मुश्किलें कम होती हैं।
- प्रत्येक बुधवार को गाय के लिए हरा चारा डालें। शादी तक, प्रत्येक सोमवार को 1250 ग्राम पीली दाल और 1.25 लीटर कच्चे दूध का दान करें। माना जाता है कि विवाह योग्य लड़के / लड़की के बिस्तर के नीचे किसी भी प्रकार के धातु का संचय नहीं होना चाहिए।
- अगर आपके पास विलंबित शादी का संदेश आ रहा है, तो रोज सुबह नहाने के बाद पानी में पिसी हुई हल्दी की चुटकी डालकर स्नान करें। यह उपाय रोज़ाना अपनाएं, जब तक विवाह नहीं हो जाता।
- गुरुवार को गुरु की पूजा करें और गाय को हरा चारा खिलाएं, फिर गेहूं के आटे की रोटी बनाकर गुड़ के साथ खिलाएं और पीले वस्त्रों का दान करें।
- हल्दी की गांठ बाँधकर उसे अपने पास जेब में रखें और रात को सिराहने के नीचे रखकर सोवें, यह क्रिया विवाह नहीं होने तक करें।
- सात गुरुवार तक, शाम के समय, पांच प्रकार के मीठे व्यंजनों के साथ छोटी हरी इलायची की जोड़ी और केले के पेड़ में पानी के साथ अर्पण करें।
- जो भी लड़का या लड़की की शादी नहीं हो रही है, वह गुरुवार के दिन केले के पेड़ की पूजा करें और केले का दान करें। गुरुवार के दिन केले का सेवन कभी न छोड़ें।
- बृहस्पति की पूजा और व्रत शादी के मार्ग को प्रशस्त करने में बहुत लाभकारी सिद्ध होते हैं। वीरवार को केले के पेड़ की पूजा करनी चाहिए और केला नहीं खाना चाहिए। ऐसा करने से कुछ हफ्तों में ही आपका रिश्ता तय होता है।
- अगर किसी कन्या की शादी की बात बनते-बनते बिगड़ जाती है, तो उसके परिवार वाले उसकी शादी की बात करने जा रहे हों, तो वह अपने बालों को खुले रखें और लाल कपड़ों में बाँध कर शादी की बात करने जाने वाले लोगों को मिठाई खिलाएं। यदि यह उपाय अनुसरण किया जाता है, तो विवाह में आने वाली सभी बाधाएं दूर होती हैं।
Disclaimer :
यहां दी गई सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है और Sanatan Pragati किसी भी तरह की मान्यता या जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लेना चाहिए।
1 thought on “Hariyali Teej Vrat 2023 : विवाह न होने की समस्या से है परेशान?”