Sawan maas me kya kre kya nahi : सावन का महीना सनातन धर्म में अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। इस मास में हिंदू कैलेंडर के अनुसार भगवान शिव की पूजा आराधना करके उनसे आशीर्वाद प्राप्त करना सर्वोत्तम माना जाता है। वर्ष 2023 में श्रावण मास बेहद विशेष माना जाता है, क्योंकि इस बार सावन का महीना 30 दिनों के बजाय 59 दिनों का होगा।
यह संभव है क्योंकि हिंदू पंचांग विक्रम संवत 2080 के अनुसार इस वर्ष अधिक मास है, जिसमें कुल 13 मास होंगे। इससे पहले, 19 वर्षों के बाद यह अवसर दोबारा आएगा, जब सावन का महीना 59 दिनों का होगा। इस समय में भक्त अपने आराध्य भगवान की प्रत्येक सोमवार पर पूजा करके उन्हें प्रसन्न कर सकते हैं।
Sawan Maas की तिथियों, शुभ मुहूर्तों और महत्व के बारे में अधिक जानकारी :
Sawan maas me kya kre kya nahi : Bhagwan Shiv की प्रतीकता में उन्हें त्रिशूल, धारा, नाग, मृग, गंगा, चंद्रमा, भस्म और बिल्वपत्र जैसे आइटम्स से संबंधित देखा जाता है। उनकी आराधना में ध्यान और तपस्या का महत्व बताया जाता है, और उनकी प्रसन्नता के लिए शिवलिंग पर दूध, जल, धातुरा, बेलपत्र, धूप, दीप, फूल आदि का अर्पण किया जाता है।
Bhagwan Shiv की व्याख्या में और गहराई से जानने के लिए आप पुराणों, उपनिषदों और शैव अगम ग्रंथों का अध्ययन कर सकते हैं। इन ग्रंथों में उनकी लीलाएं, महात्म्य और उनके अनुयायों के अनुभव संबंधित विवरण मिलेंगे। सावन मास मनुष्य, प्रकृति, और सभी जीव-जंतुओं के लिए आनंदमय बनता है, क्योंकि इस मास में हरियाली देखने का अवसर मिलता है। यह मास भगवान शिव का प्रिय मास है और इसकी पूजा और उपासना से जल्दी फल मिलता है।
- Sawan Maas की शुरुआत: 04 जुलाई 2023, मंगलवार
- Sawan Somvar Vart प्रारंभ तिथि: 10 जुलाई 2023, सोमवार
- Sawan Purnima : 30 अगस्त 2023, बुधवार
- Sawan Maas Smapti : 31अगस्त 2023, गुरुवार
- इन दिनों पर भगवान शिव की पूजा, व्रत, मंत्र जाप और ध्यान करने से शिव आपके जीवन में सुख, समृद्धि, स्वास्थ्य और शांति की प्राप्ति में सहायता कर सकते हैं।
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Sawan Maas Me Kya Kre Kya Nahi
ये कार्य कर सकते हैं / Sawan Me kya kre
- पंचामृत चढ़ाकर रुद्राभिषेक : सावन मास के दौरान भगवान शिव को पंचामृत (दूध, दही, घी, शहद, शक्कर) से स्नान कराने का प्रचलित रीती-रिवाज है। इसके साथ ही रुद्राभिषेक करने से मन और शरीर को शांति और सुख मिलता है।
- व्रत रखना : सावन के महीने में व्रत रखना बहुत शुभ माना जाता है। इस मास में आप सोमवार व्रत या पूरे सावन के दौरान व्रत रख सकते हैं। व्रत रखने से आपको आध्यात्मिक और शारीरिक लाभ मिलता है और सेहत को भी फायदा पहुंचता है।
- महामृत्युंजय मंत्र का जाप : सावन मास में महामृत्युंजय मंत्र (ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्) का जाप करना बहुत शुभ माना जाता है। यह मंत्र भगवान शिव को समर्पित है और उनकी कृपा और आशीर्वाद को प्राप्त करने में मदद करता है।
- सावन सोमवार व्रत कथा पढ़ना : सावन के महीने में सावन सोमवार पर भगवान शिव की विशेष पूजा होती है। आप सावन सोमवार के दिन भगवान शिव की कथा पढ़ सकते हैं, जो उनकी महिमा का वर्णन करती है और आपको आध्यात्मिक उन्नति में सहायता प्रदान करती है। साथ ही, आप पवित्र रुद्राक्ष धारण करने के लिए भी इस महीने का उपयोग कर सकते हैं, जो शुभता और सुरक्षा का प्रतीक माना जाता है।
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इन कार्यों से बचना चाहिए / Sawan Me Kya Nahi Kre
- तामसिक भोजन : सावन में व्रत रखने वाले लोगों को तामसिक भोजन (जैसे प्याज और लहसुन) का सेवन नहीं करना चाहिए। इसका कारण यह है कि सावन मास में सत्विक और पवित्र आहार का सेवन करने से मानसिक और शारीरिक शुद्धि होती है और आपकी आध्यात्मिकता में वृद्धि होती है।
- पूरे व्रत रखें : सावन के महीने में अगर आप व्रत रखने का निर्णय करते हैं, तो उसे पूरी श्रद्धा और निष्ठा के साथ रखें। व्रत में किसी भी प्रकार का तोड़-फोड़ न करें और अपनी संकल्प और आराधना को पक्का बनाएं।
- मांस और मदिरा से बचें : सावन के महीने में मांस और मदिरा का सेवन करने से बचें। यह मासिक पवित्रता और आध्यात्मिकता के लिए अनुचित माना जाता है और आपके व्रत और पूजा के महत्व को कम करता है।
यदि आप सावन के महीने में इन निर्देशों का पालन करते हैं, तो आप भगवान शिव की कृपा और आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं और आध्यात्मिक उन्नति को प्राप्त करते हैं।
ये उपायों को अपना सकते हैं / Ye Upaye Kar Sakte Hai
- अनार का जूस से अभिषेक : सावन के महीने में पड़ने वाले सोमवार के दिन शिवलिंग पर अनार के जूस से अभिषेक करें। यह आपको आर्थिक तंगी से छुटकारा दिलाने में सहायता करता है।
- काले तिल के साथ अभिषेक : अगर आपके घर में कोई अक्सर बीमार रहता है, तो सावन के महीने में रोजाना पानी में काले तिल मिलाकर शिवलिंग का अभिषेक करें। इससे आपके परिवार के सदस्यों को स्वास्थ्य में सुधार मिलता है।
- खीर का चढ़ाव : अगर आपके जीवन में दिक्कतें आ रही हैं या काम बिगड़ रहे हैं, तो साथ मिलकर पत्नी को भगवान शिव और माता पार्वती को चावल से बनाई गई खीर चढ़ाएं। यह आपकी समस्याओं का निवारण करने में मदद करता है।
यदि आप सावन के महीने में इन उपायों को अपनाते हैं, तो आप भगवान शिव की कृपा और आशीर्वाद को प्राप्त कर सकते हैं और अपने जीवन में सुख और समृद्धि का आनंद ले सकते है।