3 Mukhi Rudraksh Benefits
एक अद्भुत आभास है। यह रुद्राक्ष तीन धाराओं के साथ आता है। यह त्रिमूर्ति ब्रह्मा, विष्णु और महेश की प्रतिष्ठा का प्रतीक है। यह मंगल ग्रह के प्रतिनिधित्व को दर्शाता है। इसे पेट की समस्याओं के लिए धारण करना लाभदायक होता है। इसके अलावा, यह सात्विक, राजसिक और तामसिक गुणों को भी प्रकट करता है। यह व्यक्ति की इच्छा, ज्ञान और क्रिया का प्रतीक है। यह व्यक्ति को उच्चतम स्तर तक ले जाने में सहायता करता है।
यह रुद्राक्ष तीनों देवताओं, ब्रह्मा, विष्णु, और महेश की शक्तियों को समाहित करता है। इसके साथ-साथ, यह तीनों लोकों, आकाश, पृथ्वी, और पाताल की शक्तियों को भी धारण करता है। यह मानव को त्रिकालदर्शी बनाकर उसे भूत, भविष्य, और वर्तमान के बारे में जानने में मदद करता है।
इसके धारणा से इष्ट देव खुश होते हैं और मन में दया, धर्म, और परोपकार की भावना पैदा होती है। यह रुद्राक्ष धारक या पूजक के सभी पापों का नाश कर उसे तेजस्वी बनाती है। यह पीलिया जैसे रोगों के लिए रामबाण औषधि है। यदि इसे दूध में घिसकर पिलाया जाए तो नेत्र रोगों में फायदा होता है।
3 मुखी रुद्राक्ष को धारणा करने से व्यक्ति सतत क्रियाशील रहता है। अगर नौकरी प्राप्त करने में व्यवधान आ रहा हो, बेकार हो, या रोगग्रस्त हो, तो इसकी धारणा से निश्चित ही कार्य सिद्धि होती है।
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कैसा होता है 3 Mukhi Rudraksh :
तीन मुखी रुद्राक्ष का आकार लंबा होता है, और यह गोल आकार का कम ही दिखता है। इसके साथ-साथ, इसमें तीन धारियां मौजूद होती हैं, और यही इसकी पहचान है। यह दो प्रकार से मिलता है, इंडोनेशियाई और नेपाली। इंडोनेशियाई रुद्राक्ष नेपाली रुद्राक्ष से छोटा आकार होता है।
3 Mukhi Rudraksh पहनने के फायदे:
- यह कुंडली में मंगल ग्रह के दोष को दूर करता है।
- यह धारणकर्ता को शारीरिक और मानसिक ऊर्जा प्रदान करता है।
- यह धारणकर्ता को नकारात्मकता से दूर रखता है।
- यह व्यक्ति के अंदर हीन भावनाओं को दूर करता है।
- यह परिस्थितियों से निपटने के लिए आत्मविश्वास और साहस प्रदान करता है।
- यह किडनी, रक्त, कमजोरी, पीलिया, और न्यूरॉन संबंधी समस्याओं में भी उपयोगी होता है।
- इसकी धारणा से पेट संबंधी समस्याएं जैसे पाचन के लिए लाभदायक होती हैं।
- यह त्वचा संबंधी विकारों में भी फायदेमंद होता है।
- यह अवसाद और नकारात्मकता को दूर करता है।
- इसकी धारणा से धन, संपत्ति और सफलता में वृद्धि होती है।
- यह आपको दिमागी रूप से मजबूत बनाता है।
- इसकी धारणा से व्यक्ति वर्तमान में जीने की कला सीखता है।
- यह व्यक्ति को उनके लक्ष्य के लिए जूनून देता है और उनके कार्य क्षेत्र में नए स्रोत प्रदान करता है।
- यह आपको रचनात्मक और एक कलाकार बनाता है।
किस लग्न के लोग पहन सकते है 3 Mukhi Rudraksh :
3 Mukhi Rudraksh कोई भी व्यक्ति धारण कर सकता है, लेकिन यह विशेष रूप से वह लोगों के लिए फायदेमंद होता है जिन्हें मूंगा धारण करने की संभावना नहीं होती या जिनकी कुंडली में मंगल ६-८-१२ भाव का स्वामी होता है। मेष, सिंह, और धनु लग्न में मंगल कारक ग्रह के रूप में जाना जाता है, इसलिए इन लग्नों के धारक इसे धारण कर सकते हैं।
3 Mukhi Rudraksh धारण करने का मंत्र :
तीन मुखी रुद्राक्ष को धारण करने का मंत्र “ॐ क्लीं नमः” है। इसे धारण करने के लिए रुद्राक्ष की माला से १०८ बार जप करना होता है।
ॐ रं ईं ह्रीं ह्रुं ॐ। इति मंत्रः।
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3 Mukhi Rudraksh विनियोग मंत्र :
ॐ अस्य श्री अग्निर्मन्त्रस्य वसिष्ठज ऋषि:, गायत्री छन्द:, अग्निर्देवता ह्रीं बीजं ह्रूं शक्ति-चतुर्वर्गसिद्धयर्थे रुद्राक्षधारणार्थे जपे विनियोग:। वशिष्ठजऋषये
नमः शिरसि। गायत्रीछन्दसे नमो मुखे। अग्निदेवतायै नमो हृदि। ह्रीं बीजाय नमो गुह्म। हुं शक्तये नमः पादयो:।
अथ करन्यासः
ॐ ॐ अंगुष्ठाभ्यां नमः। ॐ रं तर्जनीभ्यां स्वाहा। ॐ ईं मध्यमाभ्यां वषट। ॐ ह्रीं अनामिकाभ्यां हुं। ॐ ह्रुं कनिष्ठिकाभ्यां वौषट। ॐ ॐ करतलकरपृष्ठाभ्यां फट ।।
अथाङ्ग न्यासः
ॐ ॐ हृदयाय नमः। ॐ रं शिरसे स्वाहा। ॐ ईं शिखाए वषट।
ॐ ह्रीं कवचाय हुं। ॐ ह्रुं नेत्रत्रयाय वौषट। ॐ ॐ अस्त्राये फट।।
अथ ध्यानम
अष्टाशक्ति स्वस्तिकामातिमुच्चैदीर्घरेभिर्धारयतं जपामम्।
हेमाकल्पं पद्मसंस्थं त्रिनेत्रं, ध्यायेद्वह्रीं बद्धमौलि जटाभि।।
उपरोक्त मंत्र का तीन मुखी रुद्राक्ष धारण करने पर सुबह १०८ बार जब करे। इस रुद्राक्ष को श्रावण सोमवार ,शिवरात्रि तथा महाशिवरात्रि के शुभ समय पर धारण करे।
3 Mukhi rudraksh किस ग्रह के लिए है :
तीन मुखी रुद्राक्ष मंगल ग्रह के लिए है। यह कुंडली में मंगल को संतुलित करता है। अगर मूंगा धारण नहीं कर सकते तो तीन मुखी रुद्राक्ष धारण किया जा सकता है।
Pradeep Mishra ji on 3 Mukhi Rudraksh :
कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा जी ने अपनी कथा में बताया कि – “तीन मुखी रुद्राक्ष विद्या प्राप्ति के लिए उपयोगी होता है। जब किसी बच्चे की विद्या में रूचि नहीं होती और पढ़ाई में मन लगता ही नहीं है, तो उस बच्चे के गले में तीन मुखी रुद्राक्ष को लाल धागे में डाल दें। अगर धारणा करने की संभावना नहीं है, तो उस बच्चे के अध्ययन के कमरे में इसे लगा दें।”
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3 Mukhi Rudraksh की कीमत :
तीन मुखी रुद्राक्ष की कीमत नेपाली और इंडोनेशिया दोनों प्रकार के लगभग एक समान होती है, जो लगभग 150 रुपये के आसपास होती है। नेपाली तीन मुखी रुद्राक्ष का आकार बड़ा होता है, इसलिए यदि संभव हो, इसे ही धारण करना चाहिए।
Rudraksh Benefits : पौराणिक मान्यता के अनुसार, रुद्राक्ष की उत्पत्ति भगवान शिव के आंसुओं से हुई थी और इसे तभी से आभूषण की तरह धारण किया जाता है। शिव महापुराण में 16 तरह के रुद्राक्षों के बारे में बताया गया है, जिनमें हर एक का अपना अलग महत्व होता है। हम यहां एक मुखी रुद्राक्ष के फायदों के बारे में जानेंगे, जिसे विभिन्न राशि के जातक पहन सकते हैं।
समाप्ति
इस लेख में हमने आपको 2 मुखी रुद्राक्ष के लाभ, इसे धारण करने की विधि और कैसे पहनें 2 मुखी रुद्राक्ष के बारे में विस्तार से बताया है। आप इसे अपने जीवन में उपयोग करके धार्मिक, मानसिक और शारीरिक लाभ प्राप्त कर सकते हैं। ध्यान दें कि आप इसे एक पंडित या आध्यात्मिक गुरु की मार्गदर्शन में ही पहनें।
Disclaimer :
यहां दी गई सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है और Sanatan Pragati किसी भी तरह की मान्यता या जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लेना चाहिए।
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